देख तू बिलकुल ना डर
अंजाम की परवाह ना कर
तेज़ हो कितनी भी धूप
प्यार की एक नन्ही सी बूँद
रोक लेगी आँधियों को
सोख लेगी गर्मियों को
हर ख़ुशी उनके लिए है
जो मुसीबत में जिए हैं
है अगर जीने की हसरत
पाल ले मरने की चाहत
आसिफ सहारनी
jihad jindabad, kam se kam shayaree aisi na karise to chhod do, kisi hasina ka jikr kar
jihad jindabad, kam se kam shayaree aisi na kar
ReplyDeleteise to chhod do, kisi hasina ka jikr kar